क्या आप भी किन्नर का हिंदी में मतलब (Kinner Meaning In Hindi) जानना चाहते हैं तो आप सही जगह पहुंचे है क्यूंकि इस लेख में हम आपको Kinner Ka Matlab Kya Hota Hai के बारे में विस्तार से बताएँगे ताकि आप आसानी से Kinnar Ka Hindi Meaning जान सके। अगर आपने भी Kinner शब्द पहली बार सुना हैं और इसका Meaning नहीं पता हैं तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
Kinner Meaning In Hindi | किन्नर का हिंदी में मतलब
किन्नर शब्द का मतलब है “तीसरा लिंग” या “ट्रांसजेंडर”। यह शब्द भारत और नेपाल में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। किन्नर अक्सर पारंपरिक भारतीय वेशभूषा पहनते हैं और संगीत और नृत्य के माध्यम से खुशी और आशीर्वाद लाते हैं। उन्हें अक्सर सार्वजनिक समारोहों और उत्सवों में आमंत्रित किया जाता है।
किन्नर समाज में एक सम्मानित स्थान रखते हैं। उन्हें अक्सर देवताओं के दूत के रूप में देखा जाता है। वे अक्सर शादी और जन्म जैसे महत्वपूर्ण जीवन के अवसरों में शामिल होते हैं।
हाल के वर्षों में, किन्नरों के अधिकारों के लिए जागरूकता बढ़ी है। भारत सरकार ने किन्नरों को समान अधिकार और अवसर देने के लिए कई कदम उठाए हैं। 2014 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने किन्नरों को तीसरा लिंग के रूप में मान्यता दी। इस फैसले ने किन्नरों को कई अधिकार दिए हैं, जिनमें वोट देने, सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंचने और रोजगार पाने का अधिकार शामिल है।
हालांकि, किन्नरों को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें अक्सर भेदभाव और हिंसा का सामना करना पड़ता है। उन्हें शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में भी मुश्किल होती है।
Kinner लड़के होते हैं या लड़की?
किन्नर लड़के या लड़की नहीं होते। किन्नर एक तीसरे लिंग के व्यक्ति होते हैं, जिनकी पहचान पुरुष या महिला के रूप में नहीं होती है। किन्नर अपने शरीर के अनुसार पुरुष या महिला हो सकते हैं, लेकिन उनका जेंडर पहचान पुरुष या महिला से अलग हो सकता है। किन्नर अक्सर अपनी पहचान को तीसरे लिंग के रूप में व्यक्त करते हैं। वे अपने शरीर को पुरुष या महिला के रूप में बदलने के लिए सर्जरी या हार्मोन थेरेपी का भी विकल्प चुन सकते हैं।
Kinner की पहचान कैसे होती हैं?
किन्नरों की पहचान करने का प्राथमिक तरीका उनके जननांगों की जांच है। दूसरे शब्दों में, किन्नरों को उनकी जननांग विशेषताओं से पहचाना जा सकता है। इसके अलावा, किन्नरों को उनके जननांग के आकार और दिखावट के आधार पर भी अलग किया जा सकता है। इसका तात्पर्य यह है कि कोई व्यक्ति केवल उनके जननांगों की विशेषताओं को देखकर ही यह पता लगा सकता है कि वह किन्नर है या नहीं। किन्नरों में, दो अलग-अलग श्रेणियां हैं: पुरुष किन्नर और महिला किन्नर। पुरुष किन्नरों की विशेषता अविकसित और छोटे लिंग होते हैं।
इसी तरह, महिला किन्नरों को उनकी योनि के अविकसित और छोटे आकार से पहचाना जाता है, और उन्हें अक्सर “किन्नर” कहा जाता है। आमतौर पर यह माना जाता है कि महिला किन्नरों की योनि का द्वार बेहद छोटा होता है, जिससे वे संभोग करने में असमर्थ हो जाती हैं। कई महिला किन्नरों के स्तन भी अपेक्षाकृत छोटे होते हैं, जो एक अतिरिक्त विशिष्ट विशेषता के रूप में काम कर सकते हैं।
जब कोई बच्चा पैदा होता है, तो उसका जननांग आमतौर पर अवलोकन का पहला बिंदु होता है। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, यदि उनका जननांग पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है, तो उनमें किन्नरों के समान लक्षण प्रदर्शित हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, जिस पुरुष को महिलाओं में रुचि नहीं है, वह नपुंसक जैसे गुण प्रदर्शित कर सकता है, और इसी तरह, एक महिला जो पुरुषों में कोई रुचि नहीं दिखाती है और विशेष रूप से अन्य महिलाओं के प्रति आकर्षित होती है, उसे भी नपुंसक जैसे गुणों वाला माना जा सकता है। इन सामान्य टिप्पणियों को ध्यान में रखकर कोई भी किन्नरों की पहचान करने में सक्षम हो सकता है।
Kinner का जन्म कैसे होता हैं?
कोई निश्चित कारण नहीं है कि कोई बच्चा ट्रांसजेंडर (Kinner) क्यों पैदा हो सकता है। कुछ संभावित कारकों में शामिल हैं:
जेनेटिक्स: कुछ सबूत हैं कि जेनेटिक्स ट्रांसजेंडर पहचान में भूमिका निभा सकती है। उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में पाया गया कि ट्रांसजेंडर लोगों में कुछ ऐसे जीन होने की अधिक संभावना होती है जो सिजेंडर लोगों में लिंग गैर-अनुरूपता से भी जुड़े होते हैं।
हार्मोन: गर्भ में कुछ हार्मोन के संपर्क से ट्रांसजेंडर पहचान भी प्रभावित हो सकती है। उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में पाया गया कि सिजेंडर महिलाओं की तुलना में ट्रांसजेंडर महिलाओं को गर्भ में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर के संपर्क में आने की अधिक संभावना होती है।
पर्यावरणीय कारक: कुछ पर्यावरणीय कारक, जैसे कि कुछ रसायनों या प्रदूषकों के संपर्क में आना, ट्रांसजेंडर पहचान में भी भूमिका निभा सकते हैं। हालाँकि, इसकी पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
किन्नरों का कौन सा अंग नहीं होता है?
किन्नरों का यौन अंग (जैसे कि पुरुषों का लिंग या महिलाओं का योनि) अक्सर विकसित नहीं होता है। इसलिए, किन्नरों का यौन अंग नहीं होता है जैसा कि एक पूरी तरह से विकसित पुरुष या महिला का होता है। किन्नरों का यह यौन अंग उनके यौन पहचान में महत्वपूर्ण होता है और उन्हें यौन विकलांगता की श्रेणी में शामिल किया जाता है।
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आखिरी शब्द
हम आशा करते है के इस पोस्ट से आपको किन्नर का हिंदी में मतलब (Kinner Meaning In Hindi) के बारे जानकारी मिल गया होगा । इसके इलावा अगर आपका किन्नर का हिंदी अर्थ (Kinnar Ka Matlab Kya Hota Hai) के सम्भंदित कोई सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते हैं।
Kay yone dowar bada nahe ho sakta